Urdu Kavita
बुधवार, 30 दिसंबर 2009
खुदा-ना-खास्ता
शहादत की अकीदत
अंजुमन में अदब से करना
लगे ना जश्ने-कुर्बानी
_____ खुदा
-ना-खास्ता।
अदावत की फज़ीहत
सरहदों पर जिगर से करना
लगे ना हुक्म फ़रमानी
_____ खुदा
-ना-खास्ता।
रफाकत की नसीहत
हिंद मकतब में तलब करना
लगे ना ज़ोर ज़िस्मानी
_____ खुदा
-ना-खास्ता।
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